मुंबई, सूरत, कोलकाता ,चेन्नई एवं बंगलुरु के लिए सोनभद्र से सीधे ट्रेन चलाये जाने की मांग

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
सोनभद्र : सोनभद्र जनपद आदिवासी बहुल एवं वनों से आच्छादित अधिकांश भाग वाला जिला है। यहां आदिवासी, गिरिवासी, वनवासी गरीब निवास करते हैं। आज भी देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, चेन्नई, सूरत, कोलकाता व बेंगलुरु जाने के लिए कोई ट्रेन सोनभद्र रेलवे स्टेशन से नहीं हैं जबकि सोनभद्र जनपद बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ देश मे इकलौता पाँच प्रान्तों से सम्बद्ध जनपद है और औद्योगिक कल कारखानों से पटा पड़ा है। काफी राजस्व जनपद सोनभद्र से सरकार को जाता है किंतु आज तक यातायात , शिक्षा ,स्वास्थ्य आदि में काफी पिछड़ा हुआ है।भारतीय विधिक सहायता असोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक अधिवक्ता पवन कुमार सिंह ने सर्वहित के मद्देनजर मांग पत्र जारी किया सोनभद्र सोनञ्चल को देश के बड़े नगरों- महानगरों , श्रमिक मजदूरों के रोजगार स्थलों तक गमनागमन की ट्रेन सुविधा मुहैया कराने की। आजादी के इतने वर्षों बाद भी अमृतमहोत्सव वेला के संधि स्थल ओर खड़ा सोनभद्र बदहाली के युग में जी रहा है। भारतीय विधिक सहायता एसोसिएशन ने बजरिये प्रेस विज्ञप्ति निर्गत कर मांग की है कि जनपद सोनभद्र के सोनभद्र रेलवे स्टेशन पर उच्चस्तरीय संसाधनों की व्यवस्था करते हुए देश के मुख्य शहरों मुंबई, सूरत, कोलकाता ,चेन्नई एवं बंगलुरु के लिए सीधे ट्रेन चलाई जाए तथा सिंगरौली से वाराणसी तक पूर्व में चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस जो बन्द है उसका पुनः संचालन आरम्भ हो। गौरतलब है कि यहाँ का सर्वहारा मजदूर श्रमिक तबका सूरत , मुंबई, चेन्नई , दिल्ली जैसी जगहों पर मजदूरी करता है और वह भी इन जगहों पर निरंतर गमनागमन करता रहता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप जायसवाल एवं राष्ट्रीय महासचिव मनीष रंजन एडवोकेट व प्रदेश सचिव एडवोकेट अनिल कुमार सिंह उपस्थित रहे हस्ताक्षरित मांग पत्र निर्गत करने में।